Monday, 29 June 2015

Bgt
वक़्त बदलता है ज़िन्दगी के साथ;
ज़िन्दगी बदलती है वक़्त के साथ;
वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ;
बस अपने बदल जाते हैं वक़्त के साथ
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता, शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता……!! किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में, यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता……….!!
वो तो अपने दर्द रो-रो कर सुनाते रहे;
हमारी तन्हाईयों से आँखें चुराते रहे;
और हमें बेवफ़ा का नाम मिला;
क्योंकि हम हर दर्द मुस्कुरा कर छिपाते रहे।
​दर्द से अब हम खेलना सीख गए;​
​हम बेवफाई के साथ जीना सीख गए;​
​ क्या बताएं किस कदर दिल टूटा है मेरा​;​
​मौत से पहले, कफ़न ​ओढ़ कर सोना सीख गए।
कही ईसा, कहीं मौला, कहीं भगवान रहते है;
हमारे हाल से शायद सभी अंजान रहते हैं;
चले आये, तबीयत आज भारी सी लगी अपनी;
सुना था आपकी बस्ती में कुछ इंसान रहते है।
ये मत सोचो तुम छोङ दोगे तो हम मर जायेँगे ,वो भी जी रहे है जिनको तेरी खातिर हमने छोङा था ..
💕मुझको तो होश नहीं..तुमको खबर हो शायद..!
लोग कहते हैं की मुझे भरोसे ने बर्बाद कर दिया..!!💕
आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये;
तन्हाई मैं तुझे हम पास बुला कर रोये;
कई बार पुकारा इस दिल ने तुम्हें;
और हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये।
कब्र को देख के ये रंज होता है दोस्त ,,
के इतनी सी जगह के लिए मरना पड़ता है।
लौट जाती है दुनिया गम हमारा देख कर;
जैसे लौट जाती हैं लहरें किनारा देखकर;
तुम कंधा ना देना मेरे जनाज़े को;
कहीं फिर से ज़िंदा ना हो जाऊँ तेरा सहारा देखकर।
वादा करके वो निभाना भूल जाते हैं;
लगा कर आग फिर वो बुझाना भूल जाते हैं;
ऐसी आदत हो गयी है अब तो उस हरजाई की;
रुलाते तो हैं मगर मनाना भूल जाते हैं।
किसी को चाहो तो इस अंदाज़ से चाहो, कि वो तुम्हे मिले या ना
मिले, मगर उसे जब भी प्यार मिले, तो तुम याद आओ
गजब के खरीदार है वो राहे इश्क के •• वो मुस्कुरा देते है और हम बिक जाते है ...!!!❤❤
न पूरी तरह काबिल है....
कौन पूरी तरह पूरा है

हर इक शख्स
कही न कही थोड़ा सा अधूरा हें
हम तो जल गये उसकी मोहब्बत में मोमकी तरह, अगर फिर भी वो हमें बेवफा कहे...तो उसकी वफ़ा को सलाम..
समझा न कोई हमारे दिल की बात को;
दर्द दुनिया ने बिना सोचे ही दे दिया;
जो सह गए हर दर्द को हम चुपके से;
तो हमको ही पत्थर दिल कह दिया।
मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है,
ये कागज, कलम ये गजल आख़िरी है
मैं फिर ना मिलूंगी कहीं ढूंढ लेना
तेरे दर्द का ये असर आख़िरी है…!!
शिकवा करने गये थे और इबादत सी हो गई !
तुझे भुलाने की जीद, अब तेरी आदत सी हो गई !!
मेरे दिल से तुम खेल तो रहे हो....
पर ज़रा संभल के ये टुटा हुआ हैं.......कही लग ना जाये
बहुत याद आती हो तुम......,,,दुआ करो मेरी याददाश्त चली जाए...
दर्द कितना है बता नहीं सकते;
ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते;
आँखों से समझ सको तो समझ लो;
आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते।
💰पैसे तो हम, जींदगी भर कमा लेंगे...अभी तो ❤DiLजीतने कि उमर Hai  💞
$.D

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